[2024] छोटे बच्चे खाना नहीं खाएं तो उन्हें कैसे खिलाएं | Bachhe Khana Nahi Khate To Kya Kare
बच्चे की भूख बढ़ाने के घरेलू नुस्खें | बच्चों के भूख बढ़ाने का उपाय | 4 से 5 साल का बच्चा खाना नहीं खाता तो क्या करें | Bachhe Khana Nahi Khate To Kya Kare | बच्चों को खाना खिलाने का तरीका | बच्चों को खाना कैसे खिलाएं | 1 साल का बच्चा खाना नहीं खाता
इस लेख में हम जानेंगे कि यदि बच्चे खाना नहीं खाते तो उन्हें कैसे खिलाएं (Bachhe Khana Nahi Khate To Kya Kare), बच्चें खाना क्यों नहीं खाते और बच्चों की भूख बढ़ाने के घरेलू नुस्खें कौन-कौन से हैं, जिससे उनका समुचित शारिरीक व मानसिक विकास हो सके।
बच्चे खाना क्यों नहीं खाते | बच्चे खाना नहीं खाते क्या है कारण
बच्चों में भूख की कमी, माता-पिता के लिए एक बढ़ी समस्या है। बच्चों में यह समस्या कई कारणों से हो सकती है। जैसे- शरीर में विटामिन्स की कमी, शरीर का तापमान बढ़ जाना, बच्चों के स्वभाव में बदलाव इत्यादि। इनके अलावा जब बच्चें खाना नही खाते हैं, तो उसके पीछे कई और भी वजह हो सकती हैं। यदि आप उनका उपाय कर दें, तो दूसरे बच्चों के तरह ही आपका बच्चा भी खाने में रुचि दिखाएगा।
बच्चों में खाने के प्रति अरूचि के निम्न कारण हो सकते हैं-
* यदि बच्चे की तबियत कुछ ठीक नहीं है, तो भी उसे खाने के प्रति रूचि नहीं होगी।
* बच्चों मे भूख की कमी, दवाओं का लगातार सेवन करने से भी होती है और जिससे बच्चों का वजन रूक जाता है।
* बच्चे में खाने के प्रति अरूचि या भूख की कमी, खाद्य पदार्थ से एलर्जी भी कारण हो सकती है।
* बच्चों में भूख की कमी, हार्मोनल या पाचन संबंधी समस्या के कारण भी हो सकती है।
* भरपूर मात्रा में पोषक तत्व न मिलने पर भी, कभी-कभी बच्चों का वजन बढ़ना रुक जाता है।
बच्चों में भूख की कमी होने पर, उन्हें कुछ भी खाने की इच्छा नहीं होती है। ऐसे में माता-पिता की सबसे बड़ी परेशानी यही रहती है, कि छोटे बच्चे का डाइट चार्ट कैसा होना चाहिए, जिससे उसके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सके और उसे खाने के प्रति रूचि पैदा हो।
बच्चों को संतुलित आहार ना मिलने की स्थिति में क्या होता है | सही खाना ना मिले तो बच्चों को क्या-क्या परेशानी हो सकती है
जब बच्चें खाना नहीं खाते हैं, तो उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ, उनके मानसिक विकास पर भी बुरा असर पड़ता है, जिससे भविष्य में पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ, खेल-कूद आदि जैसी क्रियाओं में आपका बच्चा, दूसरे बच्चों की अपेक्षा पीछे होता जाता है।
बड़ों की तुलना में बच्चों का शरीर बहुत तेजी से विकास करता है। शरीर के विकास के रफ्तार को बनाये रखने के लिए उनके शरीर को तरह-तरह के पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है। यदि यह पोषण बच्चों को ना मिले, तो उनका शारीरिक विकास रुक जाता है और उनमें रोग-प्रतिरोधक क्षमता की कमी हो जाती है, जिसके कारण वे जल्दी बिमार पड़ जाते हैं।
बच्चों में भूख की कमी उपर्युक्त किसी भी कारण से हो सकती है और ऐसा होना एक आम समस्या भी है, इसके लिए आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। वैसे तो बच्चों को खाने के लिए प्रोत्साहित करना या उन्हें खाने के प्रति रूचि पैदा करना एक चुनौती भरा काम है, लेकिन आप अपनी सूझ-बूझ व आगे बताए गए तरीकों को अपनाकर ऐसा कर सकती हैं।
छोटा बच्चा खाना ना खाए तो क्या करें | Bacha khana na khaye to kya kare | Bachche khana na khaye to kya kare
बच्चों को खाने के प्रति जागरुक करने के लिए, उन्हें अलग-अलग प्रकार के आहार खाने को दें। यहां नीचे कुछ उपाय दिए गए हैं, जिनकी सहायता से आप अपने बच्चे में खाने के प्रति रुचि पैदा कर सकती हैं।
* बच्चों के आहार में फल और सब्जियों को शामिल करें।
*बच्चों का आहार तैयार करते वक्त उसमें देशी घी या मक्खन का इस्तेमाल करें।
* बच्चों को ड्राई-फ्रूट्स भी खाने को दें। ड्राइफ्रूट्स में अधिक मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। बच्चों के लिए हलुआ बनाते वक्त, उसमें एक चम्मच ड्राई-फ्रूट्स डाल दें। इससे आपके बच्चे में पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी।
बच्चें खाना नही खाते हैं, तो क्या करना चाहिए
यदि आप इस बात को लेकर परेशान हैं, कि आपका बच्चा कुछ खाता नही हैं, तो ध्यान दें कि आपका बच्चा किस तरह के खाने को पसंद करता है या उसे रूचि लेकर खाता है। यदि आप यह जान लेंगी, कि आपके बच्चें को खाने में क्या पसंद है, तो आपकी यह प्रॉब्लम खत्म हो जायेगी, कि बच्चें को खाना कैसे खिलाएं और वह स्वयं खाने के प्रति रूचि लेगा।
बच्चे को खाना कैसे खिलाएं
बच्चों के मनपसंद भोजन में, आप पौष्टिक सब्जियां, काजू-बादाम, देसी घी या मक्खन को मिक्स करके खिलाएं। ऐसा करने से आपके बच्चे में खाने के प्रति रूचि भी बढ़ेगी व इसे मन से खाएगा। इसके साथ ही आपको इस बात पर भी ध्यान दें, कि आप अपने बच्चे को खाने से तुरंत पहले कुछ भी खाने को न दें। कई बार खाने से ठीक पूर्व मां अपने बच्चें को चिप्स या चाकलेट खिला देती है, जिससे बच्चे की भूख मर जाती है।
यदि आपका बच्चा, पौष्टिक खाने को रूचि लेकर खाएगा, तो उसका शारिरीक विकास भी होगा और वजन में वृद्धि भी होगी। इस प्रकार बच्चे के खाने को लेकर आपकी चिंता दूर हो जाएगी।
बच्चे की रूचि के अनुसार खाने को दें
बच्चों को कई तरह के स्वाद वाले आहार पसंद आते हैं। कुछ ऐसे भी भोजन होते हैं, जो बच्चों को पसंद नहीं आते हैं और कुछ भोजन ऐसे हैं, जो बच्चों को बहुत पसंद आते हैं। बच्चें चटक स्वाद वाले आहार को बहुत मन से खाते हैं, जिसकी वजह से बच्चों को सब्जियों व संतुलित आहार से मिलने वाले पोषक तत्व एवं विटामिंस आदि पर्याप्त रुप से नहीं मिल पाते हैं।
यदि बच्चे केवल अपनी मर्जी से ही खायें, तो कई महत्वपूर्ण आहारों से वंचित रह जायेंगे, जो कि उनके शारिरीक व मानसिक विकास के लिए बहुत जरुरी होता है। जैसे कि बच्चों को चॉकलेट बहुत पसंद आती है, लेकिन उसमे ना तो विटामिन होता है और ना ही पोषक तत्व। सब्जियां बच्चों को बिलकुल भी पसंद नहीं आती हैं, जबकि सब्जियों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चें के समुचित विकास के लिए बेहतर है।
बच्चें के साथ खाना खायें
आप खुद भी अपने बच्चे के साथ बैठकर खाना खाएं और उन्हें छोटे-छोटे टुकड़े बनाकर खानें को दें। खाने को मनोरंजक तरीके से खिलाएं। अपने बच्चे के साथ खाते वक्त, उसके साथ शर्त लगाएं की पहले कौन खाना खाता है। ऐसे में आपका बच्चा खाने को जल्दी खत्म करना चाहेगा और पूरे खाना को खाने का प्रयास करेगा । ऐसा करने से बच्चों की ना खाने की समस्या काफी हद तक दूर हो जायेगी।
कार्टून वाले बर्तनों का इस्तेमाल करें
बच्चों को कार्टून वाले बर्तन बहुत ज्यादा आकर्षित करते हैं। यह बच्चों को पूरा खाना खिलाने का सबसे आसान तरीका है। इससे बच्चे पूरा खाना खाने की आदत सीख लेते हैं। इसलिए बच्चों के खाना देते समय, उनके पसंदीदा कार्टून वाले बर्तनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। ऐसा करने से बच्चें अपने मनपसंद के कार्टून वाले बर्तन में खेल-खेल में खाने को पूरा खत्म कर देते हैं तथा खाना खाते समय उनका मन भी लगा रहता है।