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प्रेगनेंसी में Stretch Marks क्यों होते हैं | How to Remove Pregnancy Stretch Marks In Hindi

प्रेगनेंसी में Stretch Marks क्यों होते हैं | How to Remove Pregnancy Stretch Marks In Hindi | Stretch Marks होने के कारण क्या हैं?

इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी में Stretch Marks क्यों होते हैं, Stretch Marks होने के कारण क्या हैं और स्ट्रेच मार्क्स रोकने के कौन-कौन से उपाय हैं

अधिकांश प्रेग्नेंट महिलाओं के मन में यह प्रश्न होता है कि गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स क्यों होते हैं, इसे रोकने या कम करने के कौन-कौन से तरीके हैं और यदि ये स्ट्रेच मार्क हो भी जाते हैं तो इन्हें मिटाने के लिए कोई तरीका है क्या?

तो आइए जानते हैं कि गर्भवती महिलाओं में Stretch Marks क्यों होते हैं और इन्हें रोकने या मिटाने का क्या इलाज है-

Pregnancy में Stretch Marks से कैसे बचें ?

आमतौर पर गर्भवती महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दूसरे तिमाही यानी की गर्भावस्था के छठवें महिने के बाद, पेट पर चारों तरफ हल्के-हल्के निशान या रेखाएं उभरने लगती हैं।

अब धीरे-धीरे जैसे-जैसे प्रेग्नेंट महिला और गर्भस्थ शिशु का वजन (Weight) बढ़ने लगता है, वैसे-वैसे ही ये निशान या रेखाएँ भी गाढ़ी और Pinkish Red Colour की दिखाई देने लगती हैं। इस प्रकार के उभरे हुए निशानों (Scars) को ही प्रेगनेंसी स्ट्रेच मार्क्स (Pregnancy Stretch Marks) या खिंचाव के निशान कहते हैं।

Stretch Marks In Pregnancy

आमतौर पर महिलाएँ अपने प्रसव (Delivery) के पश्चात् पेट पर होने वाले स्ट्रेच मार्क्स के निशान को हटाने या कम करने के लिए बहुत से उपाय ढूँढती हैं, लेकिन उस समय तक बहुत देर हो जाती है और इस प्रकार स्ट्रेच मार्क को मिटाना मुश्किल प्रतीत होता है, क्योंकि ये निशान गहरे होते हैं।
वास्तव में स्ट्रेच मार्क को कम करने के लिए आपको प्रेग्नेंसी के दौरान ही उचित कदम उठाने होते है और यदि आप गर्भावस्था के पहले सप्ताह से ही इस पर ध्यान देंगी तो इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए हमें स्ट्रेच मार्क को कम करने के लिए उपाय, गर्भावस्था के दौरान ही करना होता है ना कि प्रसव (Delivery) के बाद करना होता है।

प्रेगनेंसी में Stretch Marks क्यों होते है | Pregnancy Stretch Marks In Hindi

प्रेग्नेंट महिलाओं में स्ट्रेच मार्क होने के निम्न कारण हैं-

  1. आनुवंशिकी (Genetics)
  2. हार्मोन के बदलाव के कारण (Hormonal Changes)
  3. प्रेग्नेंसी से पहले ही अधिक वजन का होना
  4. खान-पान (Diet Plan) सही ना होना

 

1.आनुवंशिकी के कारण (Genetics) :-

गर्भवती महिलाओं में स्ट्रेच मार्क का होना, उनके वंशानुगति (Genetics) के कारण भी सम्भव है। यदि आपकी माँ या बहन को भी स्ट्रेच मार्क की शिकायत थी तो आपको भी गर्भावस्था के दौरान Stretch Marks आने की सम्भावना बढ़ जाती है।

2. हार्मोन के बदलाव के कारण (Hormonal Changes) :-

आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्ट्रेच मार्क महिलाओं में हार्मोन के बदलाव के कारण होते हैं, जो कि स्ट्रेच मार्क का एक मुख्य कारण है।

3. प्रेग्नेंसी से पहले ही अधिक वजन का होना :-

यदि प्रेग्नेंसी के पहले से ही हमारा वजन अधिक हो और यदि हम प्रेग्नेंसी के पहले से कोई योगाभ्यास (Exercise) नहीं करते हैं, तो ऐसी स्थिति में हमारी त्वचा (Skin) की प्रत्यास्थता (Elasticity) कम हो जाती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान पेट पर तनाव या खिंचाव के कारण स्ट्रेच मार्क (Stretch Marks) दिखाई देने लगते हैं।

4. खान-पान (Diet Plan) सही ना होना :-

प्रेग्नेंसी के दौरान Stretch Marks होने का एक बड़ा कारण आपके खान-पान (Diet Plan) का सही ना होना भी है। यदि हमारे शरीर को सही पोषण या न्यूट्रीशन डाइट (Nutrition Diet) नहीं मिलता है तो शरीर की त्वचा की बनावट (Texture) पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क (Stretch Marks) आ सकते हैं।

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क्या Pregnancy में स्ट्रेच मार्क्स को रोकना या हटाना सम्भव है?

आमतौर पर स्ट्रेच मार्क को रोकने की बात करें तो मार्केट में ऐसी बहुत सी महंगी दवाईयाँ या जेल (Gel) मिलती हैं, जिसे बनाने वाली कम्पनियाँ यह दावा करती हैं, कि इनके इस्तेमाल करने से प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क नहीं आते हैं।

लेकिन विश्व में ऐसी कोई क्रीम या Gel नही है, जो कि इस स्ट्रेच मार्क को पूरी तरह से रोक सके। इसलिए आपके लिए यह बिल्कुल भी जरूरी नही है कि आप ऐसी महंगी क्रीम या जेल का उपयोग करें। आपको केवल कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना है, जिससे आप प्रेग्नेंसी के दौरान उभरने वाले स्ट्रेच मार्क्स को कम कर सकते हैं।

Pregnancy के छठे या सातवें महीने में, दस में से नौ केस में गर्भधारण में खिंचाव के निशान विकसित होते हैं। पेट, स्तनों या कूल्हों के आसपास ये गुलाबी रंग की धारियाँ तब होती हैं जब कोलेजन और इलास्टिन (तंतु जो आपकी त्वचा को तना हुआ रखते हैं) गर्भावस्था के दौरान तेजी से वजन बढ़ने के दबाव के कारण खिंचते और झड़ते हैं। एक बार जब निशान सफेद हो जाते हैं, तो उनका इलाज करना बेहद मुश्किल होता है।

Stretch Marks ज्यादातर आपकी गर्भावस्था और आपके आनुवंशिकी पर निर्भर करता है। हालांकि खिंचाव के निशान को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है, लेकिन ये सुझाव आपकी गर्भावस्था के दौरान उन्हें कम से कम रख सकते हैं।

प्रेगनेंसी में स्ट्रेच मार्क्स को हटाने या कम करने के उपाय |
How to Remove Pregnancy Stretch Marks In Hindi

नीचे दिए गए उपायों के माध्यम से आप प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले स्ट्रेच मार्क्स को हटा सकती हैं या कम कर सकती हैं-

Best स्ट्रेच मार्क्स क्रीम, मॉइस्चराइजर (Moisturizer) | स्ट्रेच मार्क्स हटाने वाली क्रीम

प्रेग्नेंसी के दूसरी तिमाही के बाद आपकी त्वचा (Skin) में खिंचाव या तनाव होने लगता है और शरीर भारी होने लगता है, जिससे स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) की सम्भावना बढ़ जाती है।

ऐसी स्थिति में अपनी त्वचा की नमी (Moisture) को बरकरार रखने के लिए हमें प्रेग्नेंसी के पहले चरण अर्थात् गर्भावस्था के शुरूवात से ही उचित मॉइस्चराइजर क्रीम (Moisturizer Creem) या जेल (Gel) का उपयोग करना चाहिए। इन्हें आप स्ट्रेच मार्क्स हटाने वाली क्रीम भी कह सकती हैं।
इसके लिए आप गाढ़ा तेल जैसे नारियल का तेल (Coconut Oil) इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा आप कोको बटर (Cocoa Butter), शिया बटर (Shea Butter), जैतून का तेल (Olive Oil), ऑलमंड ऑयल (Almond Oil) भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इन्हें आप स्ट्रेच मार्क्स हटाने वाली क्रीम भी कह सकती हैं। आप चाहें तो विटामिन E और एलोवेरा युक्त जेल या क्रीम भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

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एक बार जब गर्भावस्था परीक्षण सकारात्मक आ जाता है, तो उन क्षेत्रों को मॉइस्चराइज करना शुरू करें, जहाँ खिंचाव के निशान विकसित होने की सबसे अधिक संभावना है।

जैसे- आपका पेट, पीठ का निचला हिस्सा, स्तन और कूल्हे। ये खिंचाव के निशान या Stretch Marks तब होते हैं, जब त्वचा की सतह के ठीक नीचे के तंतु तेजी से वजन बढ़ने के दबाव के कारण टूट जाते हैं। मॉइस्चराइज़र त्वचा की लोच को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे आपके शरीर का विस्तार शुरू होने पर, इसके फटने की संभावना कम हो जाती है।

इन मॉइस्चराइजर्स (Moisturizers) में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण शामिल होते हैं, जो आपकी त्वचा को रूखेपन और खिंचाव से रक्षा करते है और आपकी त्वचा में नमी बनाए रखने में आपकी मदद करते हैं।
इनमें से किसी भी Moisturizer या Oil को हमें सही मात्रा में मौसम के अनुसार समय-समय पर अपने पेट और ब्रेस्ट पर लेप करना चाहिए। आमतौर पर यह दिन में दो बार, अर्थात् सुबह नहाने के बाद व दोपहर में जब आवश्यक लगे और रात को सोते समय इस्तेमाल करना अच्छा होता है।

शरीर को हाइड्रेटेड रखें (Keep Your Body Hydrated)

यदि हमारा शरीर हाइड्रेटेड रहेगा तो गर्भावस्था में त्वचा पर स्ट्रेच मार्क होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है। इसलिए शरीर का हाइड्रेशन सही रहे, इसके लिए आपको पानी नियमित रूप से अधिक पानी पीना चाहिए और सम्भव हो तो तरल पदार्थों जैसे नारियल पानी (Coconut Water), फ्रेश फ्रूट जूस (Fresh Fruit Juice) और इलेक्ट्रॉल पाउडर (Electral Powder) या ग्लूकॉन डी (Gluecon-D) ले सकती हैं।
आपको दिन भर में थोड़ा-थोड़ा Sip by Sip करके पानी या इन तरल पदार्थों को लेना चाहिए। सही मात्रा में पानी पीने से हमारे शरीर से विषैले पदार्थ जैसे टॉक्सीन आदि यूरीन व पसीने के माध्यम से निकल जाते हैं और साथ ही त्वचा की Elasticity काफी हद तक अच्छी होती है।
इस प्रकार आपकी त्वचा पर स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) उभरना कम हो जाता है। आमतौर पर एक महिला को दिनभर में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए।

अपने आहार में पोषण युक्त Skin Nourishing Diet को शामिल करना चाहिए

गर्भावस्था में आपको हमेशा पोषण युक्त आहार के साथ-साथ Skin Nourishing Diet का भी ध्यान रखना चाहिए, क्योकि इससे हमारी त्वचा की Elasticity अच्छी बनी रहती है, जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान Stretch Marks होने की सम्भावना कम हो जाती है।

Skin Nourishing Diet क्या है?

Skin Nourishing Diet में वे सभी खाद्य पदार्थ आते हैं, जिनसे हमारी त्वचा को अच्छा पोषण प्राप्त होता है। इसके लिए हमें आहार में हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक, मेथी, बथुआ, सरसो आदि ले सकती हैं। इसके साथ ही ताजे मौसमी फल जैसे संतरा, सेब, आनार, आम, अंगूर आदि ले सकती है। आप चाहे तो Fresh fruit Juice भी ले सकती है।

अपनी त्वचा या शरीर के पोषण के लिए आप ड्राई फ्रूट्स या सीड्स (Seeds) का सेवन भी उचित मात्रा में जरूर करना चाहिए, जिसमें काजू, किशमिश, मुन्नका, अंजीर व बादाम आदि आते हैं। इनमें आपकी त्वचा (Skin) को पोषण देने वाले विटामिन्स जैसे Vitamin C और Vitamin E भी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
आप चाहें तो Pregnancy के दौरान Vitamin E का सप्लीमेंटेशन भी ले सकती हैं, यह मॉइस्चराइजर के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो आपकी त्वचा की पेशियों में Cell Membrane को स्वस्थ रखने में मदद करती है।

कैफिन युक्त पदार्थों का सेवन नही करना चाहिए (Avoid Caffeine)

कैफिन युक्त पदार्थों जैसे चाय, कॉफी, सोडा (Soda), और Aerated Cold Drinks के सेवन से भी गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान स्ट्रेच मार्क उभरने के चांसेस बढ़ जाते हैं, क्योंकि इसके सेवन से, हमारे शरीर की हाइड्रेशन (Hydration) कम होती जाती है और Dehydration होने लगता है।
Pregnancy के दौरान हमारे शरीर का हाइड्रेशन सही होना चाहिए, इसके लिए हमारे शरीर को अधिक मात्रा में पानी या तरल पदार्थों की आवश्यकता होती है। हमारे शरीर की Hydration अच्छी बनी रहे इसके लिए चाय, कॉफी (Coffee), सोडा (Soda) या Aerated Cold Drinks का सेवन कम से कम या हो सके तो इनका सेवन नही करना चाहिए।

बार-बार त्वचा को खुजलाना (Scratching) नहीं चाहिए

प्राय: गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर का वजन बढ़ने लगता है और साथ ही त्वचा में अधिक खिंचाव महसूस होने लगता है, जिससे खिंचाव या तनाव वाले स्थान पर खुजली होती है।

ऐसे में बार-बार उस स्थान पर खुजली करने से जख्म के निशान (Scars) गहरे होते जाते हैं। इसलिए आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना है कि ऐसी स्थिति में अपनी त्वचा (Skin) को हमेशा मॉइस्चराइज्ड रखना है, जिससे खुजली ना हो और यदि खुजली होता भी है, तो आपको Scratching करने से बचना चाहिए।

उचित योगाभ्यास या एक्सरसाइज (Exercise) भी जरूर करना चाहिए

आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक आराम करने को कहा जाता है, लेकिन उन्हें रोजाना उचित योगाभ्यास या एक्सरसाइज भी जरूर करने चाहिए। इसमें केवल टहलना (Walking) भी शामिल है, क्योंकि इससे आपकी माँशपेशियाँ सही तरह से काम करती हैं और शरीर भी हल्का व लचीला होता है, इसके साथ-साथ आपकी त्वचा पर चमक आती है। इन सभी कारणों से आपकी गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान Stretch marks नहीं आते हैं।

Pregnant Women Doing Yoga

Exercise या योगाभ्यास करने से आपका मन शांत रहता है और आप हमेशा तरोताजा (Freshness) महसूस करती हैं। इतना ही नही, उचित योगाभ्यास से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) में भी वृद्धि होती है, जो कि इस कोरोना काल में COVID-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है।

इसके साथ-साथ गर्भवती महिला को अपने पेट की त्वचा का सर्कुलेशन मेन्टेन करने अथवा सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए ड्राई ब्रशिंग का उपयोग करना चाहिए। इसके लिए इस्तेमाल किया जाने वाला Dry Brush नेचुरल फाइबर से बना हुआ व मुलायम होना चाहिए।

इस प्रकार के ड्राई ब्रश का उपयोग करने से आपकी त्वचा Stimulate होती है, जो कि आपकी त्वचा के सर्कुलेशन मेन्टेन के लिए बहुत ही जरूरी है। इस प्रकार से ड्राई ब्रशिंग से आपकी त्वचा पर स्ट्रेच मार्क कम होते जाते हैं।

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       धन्यवाद ! ….

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